बारिश आने से पहले

बारिश आने से पहले

बारिश से बचने की तैयारी है

सारी दरारें बंद कर लीं हैं

और लीप के छत, अब छतरी भी मढ़वा ली है

खिड़की जो खुलती है बाहर

उसके ऊपर भी एक छज्जा खींच दिया है

मेन सड़क से गली में होकर, दरवाज़े तक आता रास्ता 

बजरी-मिट्टी डाल के उसको कूट रहे हैं!

यहीं कहीं कुछ गड़हों में

बारिश आती है तो पानी भर जाता है

जूते पाँव, पाएँचे सब सन जाते हैं

गले न पड़ जाये सतरंगी 

भीग न जाएँ बादल से

सावन से बच कर जीते हैं

बारिश आने से पहले 

बारिश से बचने की तैयारी जारी है!

—गुलज़ार 

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